भारत और पाकिस्तान के बीच तनावपूर्ण हालातों के बीच, 7 मई को शुरू हुए Operation Sindoor ने सबका ध्यान खींचा। भारत ने इस सैन्य कार्रवाई में पाकिस्तान के अंदर गहराई तक जाकर आतंक के ठिकानों को ध्वस्त किया। हाल ही में, CDS जनरल अनिल चौहान ने इस ऑपरेशन से जुड़े अहम तथ्यों को साझा किया है।

🇮🇳 300 किलोमीटर अंदर तक भारतीय वायुसेना की घुसपैठ
जनरल चौहान ने बताया कि भारतीय सेना ने पाकिस्तान के एयर डिफेंस को पार करते हुए 300 किमी अंदर तक जाकर सटीक हमले किए। उन्होंने कहा कि “हमने पाकिस्तान के अंदर एयरबेस और इंफ्रास्ट्रक्चर पर बेहद सटीकता से हमला किया और ऑपरेशन को पूरी तरह सफल बनाया।”
इस ऑपरेशन में भारतीय सेना ने स्वदेशी और विदेशी दोनों तरह के हथियारों और तकनीकों का प्रयोग किया। यह भारत की सैन्य क्षमताओं का एक शक्तिशाली प्रदर्शन था।
⚔️ क्यों हुआ था Operation Sindoor?
यह ऑपरेशन 22 अप्रैल को पहलगाम में हुए आतंकी हमले, जिसमें 26 निर्दोष नागरिक मारे गए थे, के जवाब में किया गया। भारत ने इस हमले के बाद तुरंत कार्रवाई करने का निर्णय लिया और 7 मई की सुबह ऑपरेशन की शुरुआत हुई।
इसके तहत 9 आतंकी ठिकानों को निशाना बनाया गया, जिनमें से कई पाकिस्तान के भीतर और कुछ पाकिस्तान-अधिकृत कश्मीर में थे। सबसे ज़्यादा नुकसान बहावलपुर में हुआ, जो लंबे समय से आतंक का गढ़ माना जाता है। रिपोर्ट्स के मुताबिक, इस ऑपरेशन में 100 से ज़्यादा आतंकियों का सफाया किया गया।
💥 न्यूक्लियर टकराव की बात को किया खारिज
जनरल चौहान ने साफ किया कि इस टकराव के दौरान भारत और पाकिस्तान के बीच किसी भी प्रकार की न्यूक्लियर वॉर की संभावना नहीं थी। उन्होंने कहा, “परमाणु युद्ध और पारंपरिक युद्ध के बीच अभी भी काफी गुंजाइश है। हमारे पास अनेक ऐसे विकल्प हैं जो परमाणु सीमा को पार किए बिना काम कर सकते हैं।”
उन्होंने यह भी बताया कि संकट के दौरान दोनों देशों के बीच संचार चैनल खुले थे, जिससे हालात नियंत्रण में रहे।
🛩️ भारतीय लड़ाकू विमान हुए थे डाउन, लेकिन…
जनरल चौहान ने यह स्वीकार किया कि ऑपरेशन के शुरुआती चरण में कुछ भारतीय फाइटर जेट्स को नुकसान पहुँचा था। हालांकि, उन्होंने पाकिस्तान के इस दावे को खारिज कर दिया कि उन्होंने छह भारतीय विमानों को मार गिराया।
उन्होंने कहा, “मुद्दा यह नहीं कि कितने विमान गिरे, बल्कि यह है कि गलतियाँ क्या हुईं और हमने उनसे क्या सीखा। सबसे ज़रूरी बात यह है कि हमने अपनी रणनीति में जल्दी सुधार किया और फिर दोबारा बड़ी संख्या में हमले किए।”
🕊️ सीज़फायर कायम, लेकिन सशर्त
अभी के हालात पर बात करते हुए जनरल चौहान ने कहा कि भारत और पाकिस्तान के बीच फिलहाल संघर्षविराम कायम है, लेकिन इसकी निरंतरता पूरी तरह पाकिस्तान के व्यवहार पर निर्भर करेगी। उन्होंने कहा, “हमने अपनी ओर से स्पष्ट रेड लाइन तय कर दी हैं।”
✍️ निष्कर्ष: भारत की नई सैन्य सोच
Operation Sindoor ने यह दिखा दिया है कि भारत अब तेज़, सटीक और गहराई तक मार करने वाली रणनीति पर काम कर रहा है। आतंक के खिलाफ अब केवल सीमित जवाब नहीं, बल्कि पूरे सिस्टम को नेस्तनाबूद करने की नीति अपनाई जा रही है।
CDS अनिल चौहान के अनुसार, “हमने जो सीखा, उसे तुरंत लागू किया और यह भविष्य के युद्धों में हमारी दिशा को दर्शाता है।”
आप क्या सोचते हैं, क्या भारत की यह रणनीति पाकिस्तान को एक सख्त संदेश देने में सफल रही? अपने विचार हमें कमेंट में बताएं।