लखनऊ: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने जून के धार्मिक पर्वों को देखते हुए प्रदेश की कानून-व्यवस्था को और मजबूत करने के लिए कड़े निर्देश जारी किए हैं। सोमवार शाम को हुई एक उच्चस्तरीय बैठक में सीएम ने बकरीद, गंगा दशहरा और जगन्नाथ रथयात्रा जैसे महत्वपूर्ण अवसरों के लिए प्रशासन को अलर्ट मोड पर रहने को कहा। उनका मकसद है कि पर्वों के दौरान शांति और सौहार्द बना रहे, साथ ही पर्यावरण और स्वच्छता को भी बढ़ावा मिले।
बकरीद पर सख्ती: प्रतिबंधित पशुओं की कुर्बानी पर नजर

मुख्यमंत्री ने बकरीद (7 जून) को लेकर स्पष्ट निर्देश दिए कि गाय, नीलगाय या ऊंट जैसे प्रतिबंधित पशुओं की कुर्बानी पर पूरी तरह रोक रहेगी। कुर्बानी केवल प्रशासन द्वारा तय किए गए स्थानों पर ही हो सकेगी। अगर कोई इन नियमों का उल्लंघन करता पाया गया, तो सख्त कार्रवाई होगी। सीएम ने यह भी कहा कि सड़कों पर नमाज पढ़ने की अनुमति नहीं होगी। उन्होंने जोर दिया कि आस्था का सम्मान जरूरी है, लेकिन कानून का पालन सर्वोपरि है।
इसके अलावा, अवैध स्लॉटर हाउस पर तत्काल रोक लगाने और वैध स्लॉटर हाउस में निर्धारित संख्या से ज्यादा पशु न रखने के निर्देश दिए गए। खुले में मांस की बिक्री पर भी पूर्ण प्रतिबंध रहेगा। सीएम ने अधिकारियों को हिदायत दी कि किसी भी विवाद की स्थिति में तुरंत एक्शन लें, बिना किसी लिखित शिकायत का इंतजार किए।
गंगा दशहरा: स्वच्छता और भक्ति का संगम
गंगा दशहरा (5 जून) के लिए सीएम ने स्वच्छता को प्राथमिकता दी है। 4 जून को प्रदेशभर में स्वच्छता अभियान चलाया जाएगा, और 5 जून की शाम को गंगा घाटों पर विशेष आरती का आयोजन होगा। गोताखोरों, एनडीआरएफ और एसडीआरएफ को किसी भी आपात स्थिति के लिए तैयार रहने के निर्देश दिए गए हैं। यह कदम न केवल धार्मिक महत्व को बढ़ाएगा, बल्कि गंगा की स्वच्छता को भी सुनिश्चित करेगा।
पर्यावरण और योग पर जोर
सीएम योगी ने 5 जून को विश्व पर्यावरण दिवस पर ‘एक पेड़ मां के नाम’ अभियान की शुरुआत करने का ऐलान किया। इस अभियान में जनप्रतिनिधियों जैसे सांसदों और विधायकों को शामिल करने पर जोर दिया गया है। इसके साथ ही, 21 जून को अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के लिए सभी जिलों में मास्टर ट्रेनर भेजे जाएंगे और बड़े स्तर पर योग कार्यक्रम आयोजित होंगे।
कानून-व्यवस्था पर पैनी नजर
बैठक में मुख्य सचिव मनोज सिंह, प्रमुख सचिव गृह संजय प्रसाद और अन्य वरिष्ठ अधिकारी मौजूद रहे। सभी मंडलायुक्त, पुलिस कमिश्नर और जिला अधिकारी वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए जुड़े। सीएम ने अधिकारियों को साफ कहा कि जून के ये पर्व सांप्रदायिक सौहार्द के लिए संवेदनशील हैं, इसलिए किसी भी लापरवाही की गुंजाइश नहीं है।
निष्कर्ष: शांति और विकास का संदेश
योगी सरकार का यह कड़ा रुख न केवल कानून-व्यवस्था को मजबूत करता है, बल्कि धार्मिक आयोजनों के दौरान शांति और सौहार्द को बढ़ावा देने के साथ-साथ पर्यावरण और स्वच्छता पर भी ध्यान देता है। बकरीद पर सख्त नियम, गंगा दशहरा पर स्वच्छता अभियान और योग दिवस पर बड़े आयोजन उत्तर प्रदेश को एक नई दिशा देने का संदेश दे रहे हैं।